वनों को काटा, शहरों को कंक्रीट का नगर बनाया वनों को काटा, शहरों को कंक्रीट का नगर बनाया
बस ध्यान रहे कर्म करने में कभी अहंकार ना आने पाए, और सफलता के जोश में किसी का अहित ना बस ध्यान रहे कर्म करने में कभी अहंकार ना आने पाए, और सफलता के जोश में किसी का...
यूँ तो कुछ नही अपना यहाँ समेटना चाहता वो सारा जहाँ यूँ तो कुछ नही अपना यहाँ समेटना चाहता वो सारा जहाँ
अगर आओगे नरसी रोड. अगर आओगे नरसी रोड.
समेट रहा क्यों दोनों हाथ पाप भरी यह झूठी मााया।। समेट रहा क्यों दोनों हाथ पाप भरी यह झूठी मााया।।
कैनवास से फिसलती कब फ़र्श पर कालीन सी बिछ गई पता ही नहीं चला! कैनवास से फिसलती कब फ़र्श पर कालीन सी बिछ गई पता ही नहीं चला!